देहरादून । समावेशी विकास और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मिलकर महिला उद्यमियों के साथ विजया के. रहाटकर, अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग का एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया। यह कार्यक्रम का आयोजन ईडीआईआई परिसर में हुआ जहां श्रशिवानी डे, उप सचिव, एनसीडब्ल्यूय रामावतार सिंह, प्रमुख प्रशिक्षण, एनसीडब्ल्यू और डॉ. सुनील शुक्ला, डायरेक्टर जनरल, ईडीआईआई भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण ‘यशोदा एआई’ पर वर्कशोप थी, जो एक डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम है जिसे विशेष रूप से महिलाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा की बुनियादी जानकारी देने के लिए डिजाइन किया गया है। विजया के. रहाटकर ने महिलाओं को नेतृत्व के अधिक अवसर देने, उन्हे व्यवसाय शुरू करने और तेजी से बदलती डिजिटल दुनिया के साथ तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता पर बात की।
महिला उद्यमियो को संबोधित करते हुए रहाटकर ने कहा, ष्महिलाओं को सशक्त बनाना केवल उन्हें कौशल प्रदान करना नहीं है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को बढाना और सोच को परिवर्तित करना भी है। महिलाएं स्वयं को सुरक्षित, सक्षम और नेतृत्व के लिए तैयार महसूस करें कृ चाहे वह व्यवसाय हो, तकनीक हो या दैनिक जीवन। नवीन पहलों और सार्थक साझेदारियों के साथ, एनसीडब्ल्यू महिलाओं को तकनीक और इनोवेशन की दुनिया में कदम रखने में मदद कर रहा हैं।