होटल-ढाबों की चेकिंग करने हरिद्वार जा रहे यशवीर महाराज को पुलिस ने रास्ते में ही रोका

हरिद्वार । उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल-ढाबों की जांच को जा रहे स्वामी यशवीर महाराज को पुलिस ने बीच रास्ते में रोक लिया। अपने होटल नाम सत्यापन अभियान के तहत स्वामी यशवीर महाराज शुक्रवार को हरिद्वार के लिए रवाना हुए थे। लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने उन्हें यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर नारसन क्षेत्र में ही रोक दिया। फिलहाल उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी गई है। मामले को लेकर स्वामी यशवीर महाराज के समर्थक भी मौके पर जुटने लगे हैं। स्थिति पर स्थानीय प्रशासन निगरानी बनाए हुए है।
बता दें कि ये वही स्वामी यशवीर हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पंडित जी वैष्णो ढाबा पर करने पहुंचे थे। इस दौरान उनकी टीम ने जोरदार हंगामा किया। ढाबे के एक कर्मचारी ने आरोप लगाया कि स्वामी की टीम उसका पैंट उतारने की कोशिश कर रही थी। हालांकि स्वामी ने कर्मचारी के आरोप को बेबुनियाद बताया है। इस मामले में पुलिस ने स्वामी की टीम को नोटिस भी जारी किया है। बता दें कि यूपी-उत्तराखंड की सरकार ने कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटलो, ढाबों, रेस्टोरेंट व रेहड़ी वालों के लिए सख्त नियम लागू किए हैं। पहला नियम यह है कि सभी को खाद्य विभाग से लाइसेंस लेना होगा। दूसरा जिस नाम से लाइसेंस होगा, उसको दुकान के बाहर लगाना होगा। तीसरा नियम यह है कि सभी को अपने असली नाम का बोर्ड लगाना होगा। कावड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही एक बार फिर से दुकानों पर दुकानदार का नाम लिखने की बात उठने लगी है। लोगों का कहना है कि कावड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली तमाम खाने-पीने की दुकानों पर दुकानदार का नाम लिखा होना चाहिए ताकि कांवड़ियां कहां भोजन करेंगे या कहां नहीं वह यह तय कर पाए।