कृषि तकनीक, विभागीय योजनाओं की जानकारी व शिकायत निस्तारण पर रहेगा विशेष जोर….
रुद्रप्रयाग। जिला प्रशासन की ओर से आगामी 17 दिसंबर को जनपद के सभी विकासखंडोंकृअगस्त्यमुनि, जखोली एवं ऊखीमठ में किसान दिवस का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की रूपरेखा निर्धारण को लेकर विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, डेयरी आदि क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों, विभागीय योजनाओं तथा तकनीकी जानकारी से जोड़ना है, जिससे वे अपनी आजीविका और उत्पादन क्षमता को और सुदृढ़ कर सकें।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि किसान दिवस किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसमें कृषि, पशुपालन आदि से जुड़े सभी विभाग संयुक्त रूप से कृषकों को जानकारी व सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने जनपद के समस्त कृषक भाइयों एवं बहनों से अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शिरकत करने की अपील की है। कार्यक्रम का आयोजन जनपद के तीनों विकासखंडो अगस्त्यमुनि, जखोली, ऊखीमठ के सभागार में 17 दिसंबर प्रातः 11 बजे से किया जाएगा।
बताया कि कार्यक्रम में कृषि क्षेत्र में विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों की जानकारी किसानों को दी जाएगी। इसके साथ ही कृषि, उद्यान, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन समेत सभी विभाग अपनी-अपनी योजनाओं का विस्तृत विवरण किसानों को उपलब्ध कराएंगे तथा किसानों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं एवं शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया जाएगा। आवश्यक मामलों को शासन को रिपोर्ट कर अग्रसारित किया जाएगा। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन, सलाह एवं वैज्ञानिक खेती के तरीकों पर भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि किसान दिवस किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा, इसलिए सभी कृषकों से अपेक्षा है कि वे निर्धारित तिथि पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाएं।
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जंगली जानवरों की सक्रियता से अलर्ट मोड पर प्रशासन
-वन विभाग की टीमों ने विभिन्न गांवों में बैठकें व जागरूकता कार्यक्रम किए आयोजित
रुद्रप्रयाग, आजखबर। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में वन्यजीवों की सक्रियता बढ़ने की घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने कई स्थानों पर निरीक्षण, बैठकें व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। विभाग की टीमों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर न केवल समस्याओं का संज्ञान लिया, बल्कि सुरक्षा उपायों के प्रति लोगों को जागरूक भी किया।
अगस्त्यमुनि रेंज के अंतर्गत ग्राम भटवाड़ी सुनार में बंदरों की बढ़ती संख्या व उत्पात को लेकर बैठक आयोजित की गई। ग्राम प्रधान, महिला मंगल दल अध्यक्ष व स्थानीय ग्रामीणों ने गांव में बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग उठाई। वन विभाग ने ग्रामीणों से कचरा निस्तारण के बेहतर प्रबंधन पर जोर देते हुए कहा कि बंदरों के बांध्यकरण के लिए टीम आने पर पिंजरा लगाने की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
अगस्त्यमुनि बीट टीम ने कोटेश्वर मंदिर क्षेत्र व बेला में भालू के देखे जाने की शिकायत पर तुरंत मौके पर पहुंचकर क्षेत्र में गश्त बढ़ाई। विभाग ने स्थानीय नागरिकों को वन्यजीवों से बचाव और सावधानी बरतने के उपायों की जानकारी दी। राजकीय इंटर कॉलेज गहड़खाल में वन विभाग ने मानव वन्यजीव संघर्ष रोकथाम व न्यूनीकरण गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को वन्यजीवों के प्रति सतर्कता, वन्यजीव संरक्षण एवं आपात स्थिति में अपनाए जाने वाले उपायों की जानकारी दी गई। खाकरा रेंज की टीम ने राप्रावि पंचभैयाखाल में जागरूकता गोष्ठी आयोजित कर बच्चों को समूह में स्कूल आने-जाने की सलाह दी। इसके उपरांत टीम ने ग्राम प्रधान के साथ गांव में जनसंपर्क कर ग्रामीणों को मानव वन्यजीव संघर्ष रोकथाम संबंधी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। वन विभाग ने कहा कि किसी भी वन्यजीव के दिखने पर तुरंत सूचना दें। कचरा खुले में न फेंके तथा सुरक्षा निर्देशों का पालन कर मानव व वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण एवं सुरक्षा में सहयोग करें।
