देहरादून । भाजपा ने सीबीआई जांच और दोबारा परीक्षा को छात्रों के मन की शंका निवारण के लिए जरूरी बताते हुए, सभी पक्षों से सब्र रखने की अपील की है। प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कांग्रेसी बयानबाजियों पर तंज कसा कि जिनकी स्वयं जनता में विश्वसनीयता नही बची हो, वे युवाओं के भविष्य के मुद्दे पर भ्रम एवं अफवाह फैलाने में जुटे हैं। उन्होंने विभिन्न माध्यमों से पूछे गए मीडिया ने सवालों का जवाब देते हुए कहा, मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। हमारे प्रयासों पर प्रदेश की जनता को पूर्णतया विश्वास हैऔर ये दावा हम यूं ही नहीं करते। विगत 4 वर्षों में हम युवाओं को राज्य निर्माण की सभी सरकारों में दी गई कुल नियुक्तियों से भी अधिक नौकरी देने में सफल हुए हैं। उसमें सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है कि एक भी गड़बड़ी, नकल या पेपर लीक का आरोप नहीं लगा। जिसमें बड़ी भूमिका धामी सरकार द्वारा देश का सबसे कठोर नकल कानून लागू करना रहा। हमने पूर्ववर्ती सरकारों, विशेषकर कांग्रेस सरकारों में जड़ जमाए नकल माफियाओं को उखाड़ने का काम किया, सैकड़ों नकल के आरोपी बड़े छोटे सभी लोगों को गिरफ्तार किया गया। हमारी सरकार वर्तमान सरकार में राज्यवासियों का विश्वास नियुक्ति प्रक्रियाओं में स्थापित करने में सफल हुए हैं।
उन्होंने कहा, इसमें कोई दो राय नहीं कि हाल में यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में नकल की एक घटना के दुस्साहस से छात्रों के एक वर्ग में संशय निर्मित हुआ है। यही वजह है कि एक भी छात्र के मन में परीक्षा को लेकर शंका न रहे, सीबीआई जांच की घोषणा भी हुई और पेपर निरस्तगी भी। हालांकि इससे पूर्व सरकार ने एसआईटी जांच घोषित की थी, जो आज भी जारी है। हमे अपने राज्य की जांच संस्थाओं पर भरोसा था, लेकिन फिर भी कुछ युवा केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने के इच्छुक थे। लिहाजा सीबीआई जांच की संस्तुति भी हुई और परीक्षा को निरस्त किया गया। हमारी सरकार ने यह सारे कदम परीक्षा की शुचिता, पारदर्शिता और विश्वसनीयता कायम रखने के लिए छात्र हित में लिए हैं।
उन्होंने सभी पक्षों से अपील कि सरकार ने युवाओं की भावना और परीक्षाओं की पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ फैसले लिए हैं। लिहाजा अब सभी को धैर्य बनाए रखते हुए, जांच के नतीजों का इंतजार करना चाहिए। वहीं उन्होंने कांग्रेस नेताओं की बयानबाजियां पर तंज कसते हुए कहा, चूंकि स्वयं विपक्ष की विश्वसनीयता जनता के मध्य शून्य हो गई है, लिहाजा वे नहीं चाहते किसी भी संस्था की विश्वसनीयता बनी रही है। इनकी ही सरकारों में प्रदेश में परीक्षा व्यवस्था में नकल का कारोबार फला फूला। अनगिनत पेपर लीक और नकल के मामले सामने आए, लेकिन कोई कार्रवाई इनकी सरकारों ने नहीं की। धामी सरकार की कोशिशों और प्रतिबद्धता से राज्य में अब परीक्षा प्रक्रिया को लेकर विश्वास का माहौल निर्मित हुआ है। लेकिन विपक्ष की नकारात्मक राजनीति के लिए यह सब फिट नहीं बैठता है, इसीलिए उनके नेता झूठे और अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। लगता है उन्हें अपने हाथ से युवाओं को भड़काने का मुद्दा निकलने का अफसोस हो रहा है। विपक्ष लाख कोशिश करे, लेकिन प्रदेश जनता और युवाओं को मुख्यमंत्री धामी और उनकी सरकार की नीयत और मंशा पर पूरा भरोसा है।