रुड़की । हज़रत साबिर पाक रहमतुल्लाह अलैही की दरगाह पर रविवार को बड़े ही रूहानी माहौल में झण्डा कुशाई की रस्म असर की नमाज के बाद अदा कि जाएगी। इस रस्म में शामिल होने के लिए दूर-दराज़ से हज़ारों जायरीन कलियर पहुंचना शुरू हो गए है। बरेली से झंडा लेकर कलियर आने वाले जत्थे का शाह यावर मियां ने फूल मालाओं से स्वागत किया।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक में रविवार को बरेली शरीफ से पहुंचे झंडे को शाम के समय बाद नमाज असर सज्जादानशीन शाह अली एजाज साबरी की सरपरस्ती में दरगाह साबिर के बुलन्द दरवाजे पर फहराकर उर्स की रस्म अदा की जाएगी। झंडे की रस्म में शामिल होने के लिए अकीदतमंदो की भारी भीड़ जुटी रही। इस दौरान स्थानीय लोगो के साथ-साथ पंजाब, रामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, बिजनोर, दिल्ली, राजस्थान आदि स्थानों से भी अकीदतमंद झंडे की रस्म में शामिल होंगे। झंडे की सरपरस्ती कर रहे सूफी वसीम साबरी ने बताया कि 10 अगस्त को करीब 120 अकीदतमंदो का जत्था बरेली से पैदल रवाना हुआ सभी जायरीनो 13 दिन का पैदल सफर तय करने के बाद रविवार को कलियर शरीफ पहुंचे।
इन 13 दिनों में जत्थे का स्वागत, रामपुर, मुरादाबाद, नजीबाबाद, नहटौर, ज्वालापुर, रहमतपुर आदि स्थानों पर किया गया। बरेली शरीफ से आए झंडे को कलियर पहुंचने पर झंडे के साथ आए जायरीनो का स्वागत किया। पैदल जत्थे में सूफी वसीम साबरी, सूफी कमाल साबरी, मेराज साबरीं, भूरा, काजी रिजवान, राजा, तस्लीम साबरी, जावेद, नदीम, इमरान, आजम मोबिन, मुन्ना ,गुड्डू आदि अकीदतमंद शामिल रहें।