रुद्रप्रयाग । जनपद और केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के विजन से करीब 25 छोटी-बड़ी पार्किंग विकसित की गई। इसमें यात्रा मार्ग में प्रमुख तौर पर गिवाणी गांव, मैखंडा, अगस्त्यमुनि, फाटा सहित अन्य स्थानों पर बड़ी पार्किंग विकसित हुई हैं। वहीं जनपद मुख्यालय में नए बस अड्डे, कलेक्ट्रेट परिसर, बेला सहित अन्य स्थानों पर नई पार्किंग विकसित की गई हैं। इससे शहर और यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक मैनेजमेंट में बड़ी राहत मिली। वहीं सोनप्रयाग और सीतापुर स्थित बड़ी पार्किंग में रियल टाइम मॉनिटरिंग एवं ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए विशेष सॉफ्टवेयर भी विकसित किया गया।
जनपद में दुग्ध व्यवसाय को प्रोत्साहित करने एवं व्यवसाय से जुड़े लोगों और महिला स्वयं सहायता समूहों को उचित बाजार एवं रोजगार उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से डीएम सौरभ गहरवार ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सात आंचल डेयरी के आउटलेट एवं मिल्क बूथ स्थापित करवाए। वर्ष 2024 की यात्रा के दौरान शुरू हुई इस पहल से चिन्हित सात स्थानों पर आंचल डेयरी के दूध एवं उत्पाद केदारनाथ यात्रा मार्ग में दर्शन करने आने वाले तीर्थ यात्रियों को उपलब्ध करवाए गए। इनके साथ स्मार्ट मोबाइल टॉयलेट और पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों एवं उनके हॉकरों को रहने के लिए उचित प्रबंधन करने के लिए जिलाधिकारी डॉ गहरवार ने सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण मार्ग पर जीएमवीएन के समीप घोडे़-खच्चरों के लिए शेड एवं हॉकरों के लिए डोरमेट्री आवास एवं सोनप्रयाग में घोड़े-खच्चरों के लिए शेड भी तैयार करवाए। वर्ष 2024 में तैयार इन्हीं स्थानों पर वर्ष 2025 में घोड़े खच्चरों में संक्रामक बीमारी फैलने पर उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया जिससे संक्रमण को फैलने से रोकने और घोड़े खच्चरों पर निगरानी रखने में बड़ी सहायता मिली। यहीं पतंजलि संस्थान की सहायता से घोड़े-खच्चरों की लीद का उचित निस्तारण को लेकर सेफ्टिक टैंक भी तैयार किया जा रहा है।
केदारनाथ धाम की यात्रा को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने की जिम्मेदारी के साथ ही डीएम सौरभ गहरवार ने जनपद में राजस्व बढ़ोत्तरी को लेकर भी ठोस कदम उठाए हैं। जिला विकास प्राधिकरण की आय पहले जहां एक लाख पांच हजार के करीब थी, वहीं अब प्राधिकरण की आय छः करोड़ के पार पहुंच चुकी है। इसके अलावा खनन न्यास से 24 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। कुल मिलाकर देखा जाए तो डीएम गहरवार की सोच यही है कि जिले से प्राप्त हो रहे राजस्व को जिले के विकास पर खर्च किया जाए। वे जिले को बहुत सारी सौगातें देने के साथ ही विकास को लेकर कई नये आयाम स्थापित कर चुके हैं।
आपदा के लिहाज से जनपद रुद्रप्रयाग बेहद संवेदनशील जनपद में शामिल है वहीं श्री केदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग एवं केदार घाटी में मानसून के दौरान अक्सर हादसे होते हैं। वर्ष 2024 में 31 जुलाई को भारी बारिश के बाद भी केदार घाटी में आपदा जैसे हालात बन गए थे। पैदल एवं सड़क यात्रा मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने से करीब 15 हजार लोग अलग अलग जगहों पर फंस गए थे। लेकिन जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के कुशल प्रबंधन से बूते हेली एवं मैनुअल रेस्क्यू के जरिए 10 दिनों के भीतर ही यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया था। सड़क एवं पैदल मार्ग भारी तौर पर क्षतिग्रस्त होने के बाद भी रेस्क्यू पूरा होने के रिकॉर्ड 15 दिनों के भीतर पैदल रास्ते खोल दिए गए, जबकि एक महीने के भीतर ही यात्रा सुचारू रूप से शुरू कर ली गई थी। इसके अलावा यात्रा मार्ग में डेंजर जोन में दुकानें न लगने देने और समय समय पर इसकी चेकिंग व मॉनिटरिंग करने से भी मानसून के दौरान केदारघाटी में जानमाल की क्षति पर काबू पाया गया है।